गृह प्रवेश मुहूर्त 2024: साल 2024 में गृह प्रवेश की शुभ तिथि और समय
Last updated on February 9th, 2024 at 07:05 am
हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार किसी भी शुभ कार्य को प्रारंभ करने से पूर्व भगवान को याद करना और उनका आशीर्वाद लेना बहुत अच्छा होता है।
उसी तरह से जब भी हम अपनी जिंदगी भर की पूंजी से एक घर खड़ा करते हैं तो हम लोगों का एक ही लक्ष्य होता है – घर और उसमे रहने वाले परिवार को बुरी नजर से बचाना और भगवान का आशीर्वाद लेना।
नए घर में प्रवेश करने से पहले गृह प्रवेश विधि को करने से आपके पारिवारिक जीवन को और भी खुशहाल बनाता है। इसलिये इस संस्कार को सही मुहूर्त में करना अनिवार्य होता है। जब भी कोई कार्य को विधि विधान से पूरा करता है तो उसके घर में अच्छी ऊर्जा का प्रवाह होता है।
यदि आप भी जल्द ही अपने नए घर में रहने जा रहे हैं और गृह प्रवेश करने का सोच रहे हैं तो यकीन मानिये की आपका नया घर एक मज़बूत नीव पे खड़ा सपनों का महल होगा जिसमे आपके सभी घरवाले प्रेम से और एक जूट होकर खुशी के साथ अपना जीवन व्यतीत करेंगे ।
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गृह प्रवेश पूजा के प्रकार
गृह प्रवेश की पूजा का लक्ष्य नए घर में शांति, सुख, समृद्धि, और खुशी लाना होता है। पर गृह प्रवेश पूजा नए घर में ही हो ये भी अनिवार्य नहीं है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार यह धार्मिक अनुष्ठान को हम कई परिस्थितियों में आयोजित कर सकते हैं
1. अपूर्व गृह प्रवेश
“अपूर्व” शब्द का मतलब अपनी तरह का अनोखा या जो पहले कभी ना हुआ हो होता है। जब हम लोग अपूर्व गृह प्रवेश मुहूर्त की बात करते हैं तो उसका मतलब उन लोगों से होता है जो पहली बार अपने नए घर में रहने के लिए प्रविष्ट होते हैं.
2. सपूर्व गृह प्रवेश
सपूर्व गृह प्रवेश एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमे कोई भी व्यक्ति किसी भी कारण के चलते दुसरे व्यक्ति के मकान में किराए पर रहने चला जाता है या फिर किसी और का घर रहने के लिए खरीद लेता है। ये गृह प्रवेश पूजा उन्ही घरों में होती है जिसमे पहले कोई रहकर गया हो।
3. द्वान्धव गृह प्रवेश
जब किसी भी घर या फ्लैट में किसी भी प्राकृतिक आपदा या गृह नवीनीकरण के चलते परेशानी आती है, तो हम लोगों को उस घर में द्वान्धव गृह प्रवेश करना अनिवार्य होता है। इस प्रकार की पूजा से लोगों में सकारात्मक सोच की उपज होती है और उनको फिर से खड़े होने की हिम्मत मिलती है। ये गृह प्रवेश के सही समापन से मनुष्य के मन में खुशी भर जाती है और वह हर प्रकार की चुनौतियों का डटकर सामना करता है.
साल 2024 की गृह प्रवेश मुहूर्त
क्या आप जल्दी ही अपने सपनों के घर में रहने जा रहे हैं? जब भी कोई इंसान अपना घर बनाता है तो उसमें छोटी से छोटी चीजों का बड़ा ध्यान रखता है। वह व्यक्ति की यही कोशिश रहती है कि सब कुछ सही समय पर हो। पूजा पाठ का हिंदू धर्म में बहुत महत्व होता है और गृह प्रवेश एक बहुत खास विधि है जिससे नए घर में खुशी और समृद्धि आती है।
अगर आप साल 2024 में गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त तलाश रहे हैं तो निचे दिए गए शुभ तारीख, शुभ समय, और शुभ तिथि में से एक दिन का चयन अपनी सुविधानुसार कर सकते हैं।
जनवरी (मघा) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
दिनांक | वार | शुभ मुहूर्त | नक्षत्र | तिथि |
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03 जनवरी 2024 | बुधवार | प्रातः 07:14 से दोपहर 02:46 तक | उत्तरा फाल्गुनी | सप्तमी |
फरवरी (फाल्गुन) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
दिनांक | वार | शुभ मुहूर्त | नक्षत्र | तिथि |
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12 फरवरी 2024 | सोमवार | 02:56 अपराह्न से 05:44 अपराह्न तक | उत्तर भाद्रपद | तृतीया |
14 फरवरी 2024 | बुधवार | 07:01 पूर्वाह्न से 10:43 पूर्वाह्न तक | रेवती | पंचमी |
19 फरवरी 2024 | सोमवार | प्रातः 06:57 से 10:33 पूर्वाह्न तक | मृगशीर्ष | दशमी, एकादशी |
26 फरवरी 2024 | सोमवार | 06:50 पूर्वाह्न से 04:31 पूर्वाह्न, 27 फरवरी | उत्तरा फाल्गुनी | द्वितीया, तृतीया |
28 फरवरी 2024 | बुधवार | 04:18 पूर्वाह्न से 06:47 पूर्वाह्न, 29 फरवरी | चित्रा | पंचमी |
29 फरवरी 2024 | गुरुवार | प्रातः 06:47 से 10:22 पूर्वाह्न तक | चित्रा | पंचमी |
मार्च (चैत्र) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
दिनांक | वार | शुभ मुहूर्त | नक्षत्र | तिथि |
---|---|---|---|---|
2 मार्च 2024 | शनिवार | 02:42 अपराह्न से 06:44 पूर्वाह्न, 03 मार्च | अनुराधा | सप्तमी |
6 मार्च 2024 | बुधवार | 02:52 अपराह्न से 04:13 पूर्वाह्न, 07 मार्च | उत्तरा आषाढ़ | एकादशी |
11 मार्च 2024 | सोमवार | 10:44 पूर्वाह्न से 06:34 पूर्वाह्न, 12 मार्च | उत्तर भाद्रपद, रेवती | द्वितीय |
15 मार्च 2024 | शुक्रवार | 10:09 अपराह्न से 06:29 पूर्वाह्न, 16 मार्च | रोहिणी | सप्तमी |
16 मार्च 2024 | शनिवार | प्रातः 06:29 से रात्रि 09:38 तक | रोहिणी, मृगशीर्ष | सप्तमी |
27 मार्च 2024 | बुधवार | प्रातः 06:17 से सायं 04:16 तक | चित्रा | द्वितीय |
29 मार्च 2024 | शुक्रवार | 08:36 अपराह्न से 06:13 पूर्वाह्न, 30 मार्च | अनुराधा | पंचमी |
30 मार्च 2024 | शनिवार | प्रातः 06:13 से रात्रि 09:13 तक | अनुराधा | पंचमी |
अप्रैल (वैशाख) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
दिनांक | वार | शुभ मुहूर्त | नक्षत्र | तिथि |
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3 अप्रैल 2024 | बुधवार | 06:29 अपराह्न से 09:47 अपराह्न तक | उत्तरा आषाढ़ | दशमी |
मई (बैसाख / ज्येष्ठ) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
2024 में मई के महीने कोई भी शुभ दिन या तिथि नहीं हैI
जून (आषाढ़) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
जून 2024 में कोई भी शुभ दिन या तिथि नहीं हैI
जुलाई (श्रवण) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
2024 में जुलाई के महीने कोई भी शुभ दिन या तिथि नहीं हैI
अगस्त (भद्रा) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
अगस्त 2024 में गृह प्रवेश के कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
सितंबर (अश्विन) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
सितंबर 2024 में गृह प्रवेश का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
अक्टूबर (कार्तिक) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
2024 अक्टूबर के महीने में गृह प्रवेश का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है।
नवंबर (कार्तिक / मार्ग सिरसा) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
दिनांक | वार | शुभ मुहूर्त | नक्षत्र | तिथि |
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02 नवम्बर 2024 | शनिवार | 05:58 पूर्वाह्न से 06:40 पूर्वाह्न तक, 3 नवंबर | अनुराधा, विशाखा | द्वितीय |
04 नवम्बर 2024 | सोमवार | 06:40 पूर्वाह्न 08:04 पूर्वाह्न | अनुराधा | तृतीया |
07 नवम्बर 2024 | गुरुवार | 12:34 पूर्वाह्न 06:42 पूर्वाह्न, 8 नवंबर | उत्तराषाढ़ा | सप्तमी |
08 नवम्बर 2024 | शुक्रवार | 06:42 पूर्वाह्न 12:03 अपराह्न | उत्तराषाढ़ा | सप्तमी |
13 नवम्बर 2024 | बुधवार | 01:01 अपराह्न 03:11 पूर्वाह्न, 14 नवंबर | रेवती | त्रयोदशी |
16 नवम्बर 2024 | शनिवार | 07:28 अपराह्न 06:47 पूर्वाह्न, 17 नवंबर | रोहिणी | प्रतिपदा, द्वितीया |
18 नवम्बर 2024 | सोमवार | 06:48 पूर्वाह्न 03:49 अपराह्न | मार्गशिरा | तृतीया |
25 नवम्बर 2024 | सोमवार | 06:52 पूर्वाह्न 01:24 पूर्वाह्न, 26 नवंबर | उत्तरा फाल्गुनी | दशमी |
दिसंबर (मार्ग सिरसा / पॉस) 2024 में गृह प्रवेश का शुभ मुहूर्त
दिनांक | वार | शुभ मुहूर्त | नक्षत्र | तिथि |
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05 दिसम्बर 2024 | गुरुवार | 12:49 अपराह्न 05:26 अपराह्न | उत्तराषाढ़ा | पंचमी |
11 दिसम्बर 2024 | बुधवार | 07:02 पूर्वाह्न 11:48 पूर्वाह्न | रेवती | एकादशी |
21 दिसम्बर 2024 | शुक्रवार | 08:10 से 10:30 | उत्तराषाढा | तृतीया |
21 दिसम्बर 2024 | शनिवार | 06:14 पूर्वाह्न 07:08 पूर्वाह्न, 22 दिसंबर | उत्तरा फाल्गुनी, पूर्वा फाल्गुनी | सप्तमी |
25 दिसम्बर 2024 | बुधवार | 07:09 पूर्वाह्न 03:22 अपराह्न | आकृति | दशमी |
गृह प्रवेश के शुभ मुहूर्त 2024 के लिए शुभ और अशुभ दिन, तिथि, और महीना
अगर आप कुछ ही समय में अपने नए घर में अपने परिवार के साथ शिफ्ट होने जा रहे हैं, लेकिन उपयोग पहले घर में गृह प्रवेश करना चाहते हैं, तो आपको सभी चीजों का ध्यान रखना जरूरी है। गृह प्रवेश की विधि और शुभ मुहूर्त में होती है, तभी आप इसका लाभ उठा सकते हैं। इसलिए हमने यहां कुछ खास दिनों और महीनों के नंगे में जानकारी दी है जिसमे पूजा को करना अच्छा होता है और साथ में शुभ दिन और महीनों के बारे में भी बताया है।
गृह प्रवेश के लिए शुभ और अशुभ महीना
शुभ महीना: माघ, फाल्गुन, बैसाख, ज्येष्ठ का महीना गृह प्रवेश के लिए शुभ होता है।
अशुभ महीना: आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, और पौष का महीना गृह प्रवेश के लिए सही नहीं होता हैI
गृह प्रवेश के लिए शुभ और अशुभ दिन और तिथि
शुभ और अशुभ दिन: सोमवार, बुधवार, गुरुवार, और शुक्रवार को शुभ दिन माने गए हैं। मंगलवार, शनिवार, और रविवार गृह प्रवेश के लिए सही दिन नहीं हैं।
शुभ और अशुभ तिथि: शुक्लपक्ष की द्वितीया, तृतीया, पंचमी, सप्तमी, दशमी, एकादशी, और त्रयोदशी गृह प्रवेश के लिए शुभ तिथि है। अमावस्या और पूर्णिमा का दिन गृह प्रवेश के लिए वर्जित हैI
गृह प्रवेश 2024 शुभ मुहूर्त: कुछ ज़रूरी बातें जिनका ध्यान रखें
- गृह प्रवेश के दिन को चुनते समय शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें। यह धार्मिक समारोह को शुभ तारीख, वार, तिथि, और नक्षत्र में पूर्ण करने से लाभ होता है।
- माघ, फाल्गुन, वैशाख, ज्येष्ठ माह में गृह प्रवेश करना शुभ होता है। आषाढ़, श्रावण, भाद्रपद, अश्विन, और पौष के महीने में ये शुभ कार्य को ना करें।
- मंगलवार, शनिवार, और रविवार गृह प्रवेश की पूजा के लिए सही दिन नहीं हैं। सप्ताह के बाकी दिन शुभ माने जाते हैं। शुक्ल पक्ष की 2, 3, 5, 7, 10, 11, 12 और 13 तारीख शुभ होती हैं।
- मंगल कलश को हाथ में लेके नए घर में प्रवेश करना शुभ माना गया है।
- गृह प्रवेश की पूजा के लिए कुछ जरूरी सामग्री में कलश, नारियल, चावल, कुमकुम, गंगाजल, गुलाल, धूप, आम के पत्ते, गुड़, हल्दी, दूध, आधी होता है।
- नए घर को पूजा से पहले रंगोली, बंदनवार, और फूल से सजाना चाहिए।
- मंगल कलश में गंगाजल भरकर आम के आठ पत्ते के साथ उस पर नारियल रखे। उसके बाद कलश और नारियल के ऊपर कुमकुम से स्वास्तिक बनायें।
- पति पत्नी को नए घर में कलश और पूजा की सामग्री के साथ ही प्रवेश करना चाहिए।
- गृह प्रवेश के दिन भगवान गणेश, श्री यंत्र, और शंख को अपने नए घर में लेकर जाना चाहिए।
- भगवान के गीतों को गुनगुनाते हुए नए घर में प्रवेश करें।
- गृह प्रवेश वाले दिन पति को अपना सीधा और पत्नी को अपना बायां पैर से नए घर में कदम रखना है।
- घर में प्रवेश के बाद गणेश भगवान के गीत गाते हुए कलश को पूजा के स्थान पर स्थापित करें।
- रसोई में भी दीपक, धूप, हल्दी, कुमकुम, चावल, आदि से पूजा करें और स्वास्तिक बनाएं।
- रसोई में गृह प्रवेश के दिन हरि सब्जियां और गुड़ रखे।
- गैस के चूल्हे पर दूध उबाले।
- घर में ही पूजा का प्रसाद तैयार करें।
- भगवान को सबसे पहले भोजन का भोग लगायें।
- उसके बाद गौ माता, कुत्ता, कौआ, चींटी, आदि के लिए भोजन निकाल कर रखें।
- ब्राह्मण और किसी गरीब को खाना खिलाएं।
इन सभी बातों का पालन करने से घर में खुशी, शांति, सुख और समृद्धि आती है।